Watermelon Juice For Babies In Hindi
बच्चो/ शिशुओं के लिए तरबूज का जादुई जूस (Shishuon Ke Liye Tarbooz Ka Jadui Juice)
कड़ी धूप और तेज गर्मी में छोटे बच्चों को हाइड्रेट रखना बहुत ज़रूरी होता है. ऐसे में तरबूज से बेहतर विकल्प और क्या हो सकता है? ये मीठा, रसीला और प्राकृतिक रूप से मीठा फल बच्चों को तो पसंद आएगा ही, साथ ही उन्हें जरूरी पोषण भी देगा.
आज का हमारा ये लेख खासतौर से शिशुओं के लिए बनाए जाने वाले तरबूज के जूस के बारे में है. इसे बनाना बेहद आसान है और ये आपके बच्चे को पल भर में तरोताजा कर देगा. तो चलिए जानते है कैसे बनाए तरबूज का जूस/ रस
बच्चो के लिए तरबूज का रस बनाने में लगने वाली सामग्री (ingredients for make watermelon juice for babies)
1 कप ताजा कटा हुआ तरबूज
1/4 कप (60 मिलीलीटर) उबला हुआ और ठंडा किया हुआ पानी (आवश्यकतानुसार)
तरबूज का जूस बनाने की विधि (How To Make Watermelon Juice For Baby or Kids):
सबसे पहले, तरबूज को अच्छे से धो लें. इसके छिलके को छीलकर बीज निकाल दें.
कटे हुए तरबूज के टुकड़ों को एक साफ ब्लेंडर में डालें.
थोड़ा ठंडा किया हुआ उबला हुआ पानी डालें. ध्यान दें कि शुरुआत में कम पानी डालें, बाद में ज़रूरत के हिसाब से और पानी मिला सकते हैं.
अब ब्लेंडर को चलाकर तरबूज को बारीक पीस लें.
किसी महीन छलनी से जूस को छान लें.
आपका शिशु के लिए तरबूज का जादुई जूस तैयार है! इसे एक साफ गिलास या फीडिंग बॉटल में डालकर बच्चे को पिलाएं
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तरबूज का जूस शिशुओं के लिए क्यों फायदेमंद है (Tarbooz/watermelon Ka Juice bachho Ke Liye Kyun Faydemand Hai):
तरबूज में 92% पानी होता है, जो गर्मियों में बच्चों को हाइड्रेट रखने में मदद करता है.
इसमें विटामिन A और C भरपूर मात्रा में होते हैं, जो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं.
तरबूज में मौजूद लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट बच्चों को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है.
तरबूज का रस: शिशुओं के लिए मीठा आहार या सावधानी से दें? (Tarbooz/watermelon ka Ras: Meetha Aahar ya Savdhani se Den?)
गर्मी का मौसम आते ही, रसदार तरबूज (Tarbooz) बाजारों में नजर आने लगता है. ये मीठा और लाल फल न सिर्फ बड़ों को बल्कि बच्चों को भी बहुत पसंद आता है. लेकिन क्या शिशुओं को तरबूज का रस दिया जा सकता है? इसका जवाब है – हाँ, दिया जा सकता है, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ.
कब और कैसे दें तरबूज का जूस (Kab aur Kaise dein Tarbooz ka Juice):
- 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को तरबूज का जूस न दें.
- 6 महीने से 1 साल के बच्चों को थोड़ी मात्रा में (1-2 चम्मच) पतला हुआ तरबूज का जूस दिया जा सकता है, वो भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही.
- 1 साल से ऊपर के बच्चों को थोड़ी मात्रा में (आधा कप से कम) ताजा तरबूज का जूस दिया जा सकता है.
- बीज निकाल कर ही जूस बनाएं.
- पहली बार तरबूज का जूस देते समय बच्चे की प्रतिक्रिया देखें. किसी तरह की परेशानी होने पर देना बंद कर दें.
शिशुओं के लिए तरबूज के रस/जूस के फायदे (watermelon juice benifits for babies)
- हाइड्रेशन (Hydration): तरबूज में 92% पानी होता है, जो गर्मियों में शिशुओं को हाइड्रेट रखने का शानदार तरीका है. खासकर दस्त (Dast) या उल्टी (Ulti) होने पर तरबूज का रस शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद करता है.
- तरबूज में 92% पानी होता है इसलिए इसका सेवन करना चाहिए. और गर्मी में बच्चों को डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है. तरबूज का जूस प्राकृतिक रूप से मीठा और ठंडा होता है, जो बच्चों को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है.
- पौष्टिक तत्व (Poshak Tattva): तरबूज विटामिन ए और सी से भरपूर होता है, जो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Rog Pratirodhak क्षमता) बढ़ाने में मदद करता है. साथ ही, तरबूज में थोड़ी मात्रा में फाइबर (Fiber) भी पाया जाता है, जो पाचन (Pachan) को दुरुस्त रखने में सहायक होता है.
- स्वादिष्ट पेय (Swadisht Pey): तरबूज का मीठा स्वाद शिशुओं को पसंद आता है. यह उन्हें पानी पीने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है, जो खासकर गर्मियों में जरूरी होता है.
- विटामिन और मिनरल्स (Vitamins aur Minerals): तरबूज विटामिन A और C का अच्छा स्रोत है. साथ ही इसमें पोटेशियम भी पाया जाता है, जो बच्चों के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं. विटामिन A आंखों के लिए और विटामिन C रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है.
नुकसान (some disadvantage of watermelon juice for babies):
- पेट दर्द और गैस (Pet Dard aur Gas): कुछ बच्चों को तरबूज के जूस से पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है. ऐसा उनके पाचन तंत्र के अभी पूरी तरह विकसित न होने के कारण हो सकता है.
- अधिक चीनी (Adhik Cheeni): तरबूज प्राकृतिक रूप से मीठा होता है, लेकिन अतिरिक्त चीनी मिलाकर जूस देने से बचें. इससे बच्चों में मीठा खाने की आदत पड़ सकती है और मोटापे का खतरा बढ़ सकता है.
- डायरिया (Diarrhea): 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को तरबूज का जूस देने से बचना चाहिए. उनकी पाचन तंत्र कमजोर होता है, जिससे दस्त लग सकते हैं.
तरबूज का रस देते समय ध्यान रखें ये बातें (Dhyan Rakhen Yeh Baatein):
- उम्र (age): 6 महीने से कम उम्र के शिशुओं को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाना चाहिए. ठोस आहार (Thos Aahar) या जूस देने की शुरुआत 6 महीने के बाद ही डॉक्टर की सलाह पर करें.
- मात्रा (कॉन्टिटी): शिशु को एक बार में थोड़ी ही मात्रा में, लगभग 2-3 चम्मच तरबूज का रस दें.
- बीज निकालें (Beej Nikalein): शिशु को तरबूज का रस देते समय बीज (Beej) को अच्छे से छान लें. बीज से घुटन का खतरा रहता है.
- ताजा रस (fresh juice): शिशु को हमेशा ताजा बना हुआ तरबूज का रस ही पिलाएं. पैकेट वाले जूस में चीनी और अन्य पदार्थ मिलाए जा सकते हैं, जो शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.
- एलर्जी (Allergy): कुछ बच्चों को तरबूज से एलर्जी हो सकती है. पहली बार तरबूज का रस देते समय बच्चे के शरीर पर किसी तरह के चकत्ते या दाने (Chakte/Dane) नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लें.
Calories In Watermelon Juice
तरबूज का रस कैलोरी में कम होता है. 150 ग्राम (लगभग एक कप) तरबूज के रस में सिर्फ 40 से 46 कैलोरी होती हैं. तो बेझिझक इसका सेहतमंद मजा लें.
तरबूज का रस पीना, इसके फायदों को प्राप्त करने का एक शानदार तरीका है। आइए, एक नजर डालते हैं तरबूज के रस के पौष्टिक चार्ट पर और जानते हैं कि यह आपके लिए कितना फायदेमंद है।
कैलोरी: 46
कार्बोहाइड्रेट: 11.5 ग्राम (लगभग 3 ग्राम चीनी)
प्रोटीन: 1.5 ग्राम
वसा: 0.2 ग्राम
फाइबर: 0.6 ग्राम
विटामिन सी: दैनिक आवश्यकता का 14%
पोटेशियम: दैनिक आवश्यकता का 4%
लाइकोपीन: 1.5 मिलीग्राम
निष्कर्ष (conclusion):
तरबूज का रस शिशुओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, पर इसे सही उम्र पर और सही मात्रा में ही देना चाहिए. any doubt ह होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें.